जब हम बात करते हैं वेस्टर्न डिस्टर्बेंस, एक मौसम विज्ञानीय घटना है जो पश्चिमी दिशा से लोर-कमी हवाओं को लाकर भारत के उत्तर‑पश्चिमी भाग में सर्दियों में वर्षा और बर्फबारी लाती है. इसे कभी‑कभी पश्चिमी उष्णकटिबंधीय प्रवाह भी कहा जाता है, यह विशेष रूप से हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करती है। आपमें से कई लोगों को यह शब्द पहली बार सुनने में उलझन लग सकती है, लेकिन इसे समझना उतना ही आसान है जितना कि हवा के दिशा‑परिवर्तन को देखना।
इस परिघटना का सबसे बड़ा सहयोगी है हिमालय, दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी पर्वत श्रृंखला, जो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के प्रभाव को बढ़ाती है। हिमालय की ऊँचाई और ठंडा वातावरण बर्फबारी को साकार बनाते हैं, जबकि नीचे की तरनता नदियों को भर देती है। इसलिए हम अक्सर देखते हैं कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के बाद सतह पर बर्फ के साथ‑साथ धारा‑स्तर पर भी परिवर्तन आता है।
दूसरी महत्वपूर्ण इकाई सर्दी का मौसम, वर्ष का वह ऋतु जब तापमान कम होता है और धुंध‑धरा हवा चलती है है। सर्दी के दौरान हवा की ठंडक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस को और तीव्र बना देती है, जिससे भारत के उत्तरी क्षेत्रों में अचानक गीला‑सूखा चक्र शुरू हो जाता है। यही कारण है कि किसान अक्सर सर्दियों में फसल जलाने या बीज बुवाई को लेकर उलझन में पड़ते हैं।
पहला पहलू है वायुमंडलीय दबाव में बदलाव। जब पश्चिमी दिशा से कम दाब वाली हवाई लहरें आती हैं तो उत्तरी भारत में तापमान में गिरावट आती है और साथ ही वर्षा की संभावना बढ़ जाती है। दूसरा पहलू है भू-आकृति का प्रभाव—हिमालय की ऊँचाई हवा को ऊँचा उठाती है, जिससे क्लाउड‑कंडेन्सेशन तेज़ हो जाता है। तीसरा प्रमुख बिंदु है सामाजिक‑आर्थिक परिणाम—वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण होने वाली बर्फबारी या मौसम‑निर्मित बाढ़ स्थानीय यात्रा, बिजली उत्पादन और कृषि को सीधे प्रभावित करती है।
इन तीनों बिंदुओं के आधार पर हम यह कह सकते हैं कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस केवल एक मौसमीय घटना नहीं, बल्कि एक व्यापक प्रणाली है जो जलवायु, जलस्रोत, और लोगों की रोज़मर्रा की जिंदगी को आपस में जोड़ती है। वास्तविक जीवन में इसका असर महसूस करने के लिए आप पहले बरसात के बाद कछुए की तरह जम गए खेत, फिर अचानक बहती नदियों और बढ़ते जल स्तर को देख सकते हैं।
अब आप जान चुके हैं कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस क्या है, किन‑किन चीज़ों से जुड़ा है और इसके प्रभाव कितने विविध हो सकते हैं। नीचे आप देखेंगे इन सभी पहलुओं से जुड़े लेख और टिप्स जो आपकी समझ को और गहरा करेंगे।