ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम ने 12 अक्टूबर 2025 को विज़ाखापटनम के एसीए‑वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम में भारत की 330 रन की पारी का पीछा करते हुए सबसे बड़ी रन पीछा का नया रिकॉर्ड बनाया। यह मुकाबला ICC महिला विश्व कप 2025 के समूह चरण का एक प्रमुख खेल था, जहाँ ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट से जीत हासिल की।
पृष्ठभूमि और महत्त्व
इंडिया बनाम ऑस्ट्रेलिया की टक्कर हमेशा से ही महिला क्रिकेट के कैलेंडर में एक हाई‑प्रोफ़ाइल इवेंट रही है। पिछले एशिया कप में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हारा था, पर इस बार दोनों टीमें टॉप‑फॉर्म में थीं। ऑस्ट्रेलिया, जो defending champions हैं, ने टूर्नामेंट में पहले दो मैच जीते थे, जबकि भारत को पहले मैच में हार का सामना करना पड़ा था।
मैच का विस्तृत विवरण
भारत ने स्मृति मंडन, बॅट्सवुमन और प्रतीका रावल, ओपनर के मजबूत साझेदारी से 330 रन बनाए। मंडन ने 66 गेंदों पर 80 रन बनाते हुए 5,000 WODI रन का माइलस्टोन छुआ, और वह एक ही कैलेंडर वर्ष में 1,000 रन बनाने वाली पहली महिला बन गई। रावल ने 75 रन का स्थिर योगदान दिया, जिससे भारत की टोटल को अटूट बना दिया गया।
ऑस्ट्रेलिया के जवाब में Alyssa Healy, विकेटकीपर‑बॅट्सवुमन, ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम ने 107 गेंदों पर 142 रन बनाकर मैच को अपनी टीम के पक्ष में मोड़ दिया। वह 13 सितरें लगाकर अर्ली‑इंट्री में ही स्कोरबोर्ड को चॉकलेट जैसा बना दिया। Ellyse Perry, ऑल‑राउंडर ने 47* अनक्लीन डेज़ से समर्थन दिया, जिससे लक्ष्य का पीछा लगातार बनी रहा।
ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाज़ी में Annabel Sutherland, फास्टर बॉलर ने 5‑विकेट (5/40) की उल्लेखनीय परफ़ॉर्मेंस दी। उनकी तेज़ गति ने भारत के टॉप ऑर्डर को जल्दी ही ध्वस्त कर दिया, जिससे आख़िरी छः विकेट सिर्फ 36 रन पर गिर पड़े।
मुख्य खिलाड़ियों की शानदार प्रदर्शन
मंडन की 80 रन की पारी भारत के लिए एक बड़ी शुरुआत थी, पर उनका 5,000‑रन माइलस्टोन और 1,000‑रन‑ए‑ईयर रिकॉर्ड इतिहास में पहली बार आया। कई विशेषज्ञों ने उनकी इस निरंतरता को विराट कोहली की कुछ विरोधियों के खिलाफ़ की गई शानदार पारी से तुलना की।
हीली की 142 रन की पारी वह सबसे तेज़ 100 था जो इस टूर्नामेंट में कभी नहीं देखा गया। वह 10 ही रनों पर ही सिक्स मारते हुए रिडजटल को दहलीज पर ले गईं। इस उसी आक्रमण ने ऑस्ट्रेलिया को लक्ष्य के तरफ़ लगातार धकेला।
सर्थरलैंड की 5‑विकेट की उपलब्धि को कई क्रिकेट विश्लेषकों ने "मैच‑विनिंग ब्रेकआउट" कहा। उनके 40 रन केवल 8.2 ओवर में आए, जो टारगेट को कम करने में निर्णायक रहा।
टीमों की प्रतिक्रिया और विश्लेषण
भारत के कप्तान महमूदा कुसुम, कप्तान ने पोस्ट‑मैच इंटरव्यू में कहा, "हमने इतना बड़ा टोटल लगाया, पर हमारी फिनिशिंग में कमी रही। अभी हमें अपने लास्ट‑ओवर की स्ट्रैटेजी को सुधारना होगा।" उन्होंने यह भी बताया कि मंडन की फॉर्म अभी नेहमी से बेहतर है, पर टीम के बाकी हिस्से को भी ध्यान देना चाहिए।
ऑस्ट्रेलिया के कोच जॉन मैकडॉनेल, हेड कोच ने कहा, "यह जीत हमारी टीम की आत्मविश्वास का प्रमाण है। हम लगातार बड़े लक्ष्य को चेज कर रहे हैं, और हीली ने इसे संभव बना दिया।" उन्होंने बताया कि आगे के मैचों में वे बैटिंग लाइन‑अप को और भी तेज़ रखने की योजना बना रहे हैं।
भविष्य की संभावनाएँ और अगले कदम
ऑस्ट्रेलिया के इस जीत के बाद वे टूर्नामेंट में अब तक का सबसे मजबूत रिकॉर्ड बनाए रखेंगे। अगले दो मैचों में वे इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ़ खेलेंगी, जहाँ बहुसंख्यक विशेषज्ञ कह रहे हैं कि वे टॉप‑फ़ाइनल के दावेदार हैं।
भारत को अब अपनी बैटिंग क्रम को पुनः मूल्यांकन करना होगा। खासकर मिड‑ऑर्डर में स्थिरता लाने के लिए नई रणनीति तैयार करनी होगी। अगला मैच पाकिस्तान के खिलाफ़ है, जहाँ दोनों टीमों के बीच पहले से ही तीव्र प्रतिस्पर्धा है, और भारतीय टीम को अपनी फॉर्म को फिर से स्थापित करना होगा।
मुख्य आँकड़े
- ऑस्ट्रेलिया का चेज़: 331/7 (1 ओवर शेष)
- भारत का स्कोर: 330/10 (50 ओवर)
- हिट‑सिक्स: कुल 13 (भारत 7, ऑस्ट्रेलिया 6)
- सबसे बड़ी रन पीछा: 331 रन
- भविष्य के टॉप‑स्कोरर: स्मृति मंडन (2025 में 1,062 रन)
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
ऑस्ट्रेलिया ने इस आँकड़े को क्यों हासिल किया?
ऑस्ट्रेलिया ने सतत हाई‑सकोरिंग बॅट्समैन जैसे अलिसा हीली और एलीस पेर्री की तीव्र शुरुआत से लक्ष्य को लगातार छोटा किया, और एननाबेल सरकैंड के तेज़ बॉलिंग ने भारत के फाइनल ओवर्स को बाधित किया, जिससे उनका कुल चेज़ संभव हुआ।
स्मृति मंडन की इस पारी का भारतीय क्रिकेट पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
मंडन का 5,000‑रन माइलस्टोन और कैलेंडर वर्ष में 1,000 रन का रिकॉर्ड भारत में युवा बॅट्सवुमन के लिए प्रेरणा देगा, और चयनकर्ता इससे उनकी निरंतरता को देखते हुए मध्य‑क्रम में अधिक जिम्मेदार भूमिका देने की संभावना है।
भारत की फिनिशिंग में क्या कमी रही?
आखिरी छह विकेट केवल 36 रन पर गिरने से टीम की स्कोरिंग दर में अचानक गिरावट आई। तेज़ बॉलिंग और दबाव में फ़ील्डिंग की कमी ने बार‑बार विकेट खोए, जिससे लक्ष्य का पीछा संभव नहीं हो सका।
अगले मैच में भारत को क्या बदलना चाहिए?
भारतीय टीम को मिड‑ऑर्डर में स्थिरता लाने वाले बॅट्समैन को रोटेट करना चाहिए, और फ़ाइनल ओवर्स में तेज़ रन‑रटिंग के लिए सिक्स‑हिटिंग के अभ्यास पर ध्यान देना चाहिए। बॉलिंग में भी सख्त लाइन्स रखना आवश्यक है।
क्या यह रिकॉर्ड अगले विश्व कप तक बने रहेगा?
वर्तमान में 331 रन का लक्ष्य सबसे बड़ा चेज़ है, पर महिला क्रिकेट में आक्रमण क्षमता लगातार बढ़ रही है। अगली टूर्नामेंट में नई प्रतिभाएँ और तेज़ बॅट्समैन इस रेकॉर्ड को चुनौती दे सकते हैं, पर अभी के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है।